एक लाइन कोड लिखे बिना खुद बना सकेंगे एप:'जोहो क्रिएटर' और जिया AI की मदद से 10 मिनट में तैयार होगी

अब आप भी कोडिंग सीखे बिना अपना खुद का एप बना सकेंगे। टेक कंपनी जोहो ने अपना लार्ज लैंग्वेज आर्टिफिशियल (AI) मॉडल लॉन्च किया है, जिसकी मदद से आप सिर्फ 10 मिनट में खुद का मोबाइल एप बना सकते हैं। टेक कंपनी जोहो का दावा है कि उनके दो नए प्लेटफॉर्म। जोहो क्रिएटर और AI असिस्टेंट जिया की मदद से अब आम लोग, छोटे बिजनेसमैन या स्टूडेंट्स भी बिना किसी टेक्निकल टीम के एप तैयार कर सकते हैं। एसपायरिंग माइंड्स के एक सर्वे के अनुसार भारत में सिर्फ 4.6% इंजीनियर्स के पास ही सही कोडिंग स्किल्स है। वहीं, भारत में करीब 6 करोड़ छोटे व्यापारी हैं जो अपने बिजनेस को डिजिटल बनाना चाहते हैं, लेकिन डेवलपर्स हायर नहीं कर सकते। ऐसे में जानते हैं कैसे घर बैठे भी आप एप बना सकते हैं। एक्सपर्ट व्यू: सबसे पहले दोनों टूल्स को समझते हैं जोहो के AI डायरेक्टर रामप्रकाश राममूर्ति ने बताया कि हम छोटे व्यापारियों को सपोर्ट कर रहे हैं। जोहो क्रिएटर एक लो–कोड या नो–कोड प्लेटफॉर्म है यानी यहां आप टेक्निकल भाषा (कोडिंग) के बिना भी एप बना सकते हैं। वहीं जिया एक एआई असिस्टेंट है जो आपके आइडिया को समझकर, उसी पर एप डिजाइन करती है। जैसे फॉर्म, रिपोर्ट, डैशबोर्ड बनाना। इस उदाहरण से समझिए कैसे उपयोगी है टूल एक होम ट्यूटर हैं रोहित। वो चाहते हैं कि उनके छात्र घर बैठे वर्कशीट भरें और वह छात्र की प्रोग्रेस ट्रैक कर सकें। रोहित ने जोहो क्रिएटर पर लिखा- एक एप चाहिए जिसमें छात्र लॉगइन करें, क्लास चुनें, वर्कशीट भरें और मैं रिजल्ट देख सकूं।’ इस पर ज़िया ने एक फॉर्म बनाया स्टूडेंट लॉगइन के लिए। एक डैशबोर्ड रिजल्ट देखने के लिए। एक सेक्शन वीकली परफॉर्मेंस के लिए। अब रोहित फोन से भी सबकुछ ट्रैक कर सकते हैं। कहां से शुरू करें? 480 रुपए महीने से बना सकते हैं एप जोहो क्रिएटर पर आप फ्री में डेमो बना सकते हैं। आप यह देख सकते हैं कि एप कैसा दिखेगा, लेकिन एप बनाने के लिए स्टैनडर्ड प्लान 480 रुपए से शुरू है। इसके कुल 3 प्लान हैं। जानते हैं इनके बारे में...

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