xAI ने चैटबॉट 'ग्रोक 3' लॉन्च किया:मस्क ने इसे दुनिया का सबसे स्मार्ट AI बताया, OpenAI-डीपसीक जैसे AI मॉडल को टक्कर देगा

इलॉन मस्क और xAI ने आज (18 फरवरी) अपने चैटबॉट 'ग्रोक 3' को लॉन्च कर दिया है। लॉन्चिंग के दौरान टेस्ला और X के मालिक मस्क ने ग्रोक 3 को दुनिया का सबसे स्मार्ट AI बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि लोग ग्रोक के दीवाने हो जाएंगे। 'ग्रोक 3' के लॉन्च के दौरान मस्क आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी xAI के टीम मेंबर्स के साथ बैठे थे। साथ ही मस्क ने ग्रोक 3 की कैपेबिलिटीज को भी दिखाया। उन्होंने यह भी बताया कि ग्रोक 3 कैसे OpenAI, गूगल, डीपसीक जैसे अन्य AI मॉडल से कॉमपिट कर सकता है और उन्हें हरा सकता है। मस्क ने कहा, 'हम ग्रोक 3 को पेश करने के लिए बहुत उत्साहित हैं। हमारा मानना ​​है कि बहुत ही कम समय में ग्रोक 2 की तुलना में हमने इसे कई गुना ज्यादा सक्षम बनाया है।' ग्रोक 3 दूसरे AI मॉडल्स से सबसे आगे लॉन्च के दौरान मस्क और xAI की टीम ने बताया कि ग्रोक 3 कैसे OpenAI, गूगल, डीपसीक जैसे अन्य AI मॉडल से आगे है। उन्होंने बताया कि कैसे ग्रोक 3 मैथ्स, साइंस और कोडिंग बेंचमार्क में जेमिनी 2 प्रो, क्लाउड 3.5 सॉनेट, GPT 4o और डीपसीक V3 जैसे अन्य सभी मॉडलों से बेहतर है। मस्क ने 'ग्रोक 3' के रीजनिंग मॉडल की भी घोषणा की है। यह OpenAI o3 मिनी, डीपसीक R1 और हाल ही में लॉन्च किए गए जेमिनी 2.0 फ्लैश रीजनिंग जैसे मॉडल्स को टक्कर देगा। ग्रोक 3 यूजर्स को अपने कई सारे थॉट्स यानी विचार की सीरीज दिखाएगा। जिससे उन्हें यह देखने का मौका मिलेगा कि चैटबॉट समस्याओं का समाधान कैसे करता है और यूजर्स के सवालों का जवाब कैसे देता है। ग्रोक 3 डीप सर्च का भी ऐलान साथ ही xAI ने 'डीप सर्च' की भी घोषणा की, जो ग्रोक का अपना AI एजेंट है। xAI का डीप सर्च ओपनAI के डीप रिसर्च AI एजेंट की तरह ही काम करता है। जिससे यूजर्स सवालों पर रिसर्च कर सकते हैं और डिटेल में जवाब हासिल कर सकते हैं। साथ ही इससे उनका समय भी बच सकता है। मस्क ने कहा, 'ऐसा कुछ, जिसे आपको वेब पर रिसर्च करने या सोशल मीडिया पर सर्च करने में आधे घंटे या एक घंटे का समय लग सकता है। आप वही काम डीप सर्च की मदद से 10 मिनट में कर सकते हैं।' ग्रोक 3 का यूज कैसे कर सकते हैं? ग्रोक 3 को आज से रोलआउट कर दिया गया है। यह X के प्रीमियम+ प्लान का यूज करने वाले ग्राहकों के लिए अवेलेबल होगा। इस प्लान की कीमत ₹1,525 प्रति माह या ₹18,300 सालाना से शुरू होती है। मस्क ने अपने डेडिकेटेड फैंस के लिए सुपर ग्रोक नाम के एक अलग सब्सक्रिप्शन का भी ऐलान किया है। इस सब्सक्रिप्शन को लेने वाले यूजर्स को ग्रोक 3 के सभी नए अपडेट्स और फीचर्स सबसे पहले मिलेंगे। ग्रोक नाम क्यों रखा गया? ग्रोक शब्द रॉबर्ट हेनलेन की नॉवेल स्ट्रेंजर इन ए स्ट्रेंज लैंड से आया है। नॉवेल में इस शब्द का यूज मार्स यानी मंगल ग्रह पर पले-बढ़े एक कैरेक्टर के लिए किया गया है। इस शब्द का मतलब है किसी चीज को पूरी तरह और गहराई से समझना। इसलिए, xAI और इलॉन मस्क ने अपने AI मॉडल का नाम ग्रोक रखा है।

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