जनवरी से नवंबर तक UPI से लेन-देन का नया रिकॉर्ड:15,547 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए, ₹223 लाख करोड़ ट्रांसफर किए गए

यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानि UPI के जरिए जनवरी से नवंबर-2024 तक 15,547 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए। इस दौरान 223 लाख करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की गई। वित्त मंत्रालय ने आज (14 दिसंबर) X पर पोस्ट शेयर कर जानकारी दी कि ये UPI के जरिए ट्राजैक्शन का नया रिकॉर्ड है। मंत्रालय ने कहा कि यूपीआई पर दुनियाभर का भरोसा बढ़ता जा रहा है। फिलहाल UPI का 7 देशों में इस्तेमाल हो रहा है, जिसमें UAE, सिंगापुर, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, फ्रांस और मॉरिशस शामिल हैं। UPI को NCPI ऑपरेट करता है भारत में RTGS और NEFT पेमेंट सिस्टम का ऑपरेशन RBI के पास है। IMPS, RuPay, UPI जैसे सिस्टम को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ऑपरेट करती है। सरकार ने 1 जनवरी 2020 से UPI ट्रांजैक्शन के लिए एक जीरो-चार्ज फ्रेमवर्क मैंडेटरी किया था। UPI कैसे काम करता है? UPI सर्विस के लिए आपको एक वर्चुअल पेमेंट एड्रेस तैयार करना होता है। इसके बाद इसे बैंक अकाउंट से लिंक करना होगा। इसके बाद आपका बैंक अकाउंट नंबर, बैंक का नाम या IFSC कोड आदि याद रखने की जरूरत नहीं होती। पेमेंट करने वाला बस आपके मोबाइल नंबर के हिसाब से पेमेंट रिक्वेस्ट प्रोसेस करता है। अगर, आपके पास उसका UPI आईडी (ई-मेल आईडी, मोबाइल नंबर या आधार नंबर) है तो आप अपने स्‍मार्टफोन के जरिए आसानी से पैसा भेज सकते हैं। न सिर्फ पैसा बल्कि यूटिलिटी बिल पेमेंट, ऑनलाइन शॉपिंग, खरीदारी आदि के लिए नेट बैंकिंग, क्रेडिट या डेबिट कार्ड भी जरूरत नहीं होगी। ये सभी काम आप यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस सिस्टम से कर सकते हैं।

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