स्पाइसजेट ने कर्मचारियों का PF और बकाया वेतन चुकाया:वित्तीय संकट से जूझ रही एयरलाइन ने ₹160 करोड़ दिए, QIP से ₹3000 करोड़ जुटाए थे

वित्तीय संकट और कानूनी मामलों से जूझ रही एयरलाइन स्पाइसजेट ने अपने सभी कर्मचारियों का एम्प्लॉय प्रोविडेंट फंड (PF) और बकाया वेतन चुका दिया है। इसके लिए एयरलाइन ने पिछले तीन महीने में 160.07 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान किया है। एयरलाइन ने शुक्रवार (13 दिसंबर) को एक बयान में कहा कि हमने करीब दो साल से लंबित कर्मचारियों का PF, एयरलाइन ने स्रोत पर टैक्स कटौती (TDS), माल और सेवा कर (GST) और कर्मचारियों का बकाया वेतन सहित सभी लंबित वैधानिक देनदारियों का भुगतान कर दिया है। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट से ₹3000 करोड़ जुटाए थे स्पाइसजेट कहा है कि उसने 3,000 करोड़ रुपए की राशि जुटाकर अपने बकायों का निपटारा किया है। एयरलाइन ने ये राशि इस साल सितंबर में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के जरिए जुटाई थी। एयरलाइन के QIP को 87 भारतीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों ने सब्सक्राइब किया था। कंपनी की प्लानिंग अपने ऑपरेशंस और वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाने की है, ताकि आगे के संकटों का सामना किया जा सके। ढाई साल से PF नहीं देने पर EPFO ने भेजा था नोटिस एम्प्लॉइज प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन (EPFO) ने जुलाई में बताया था कि स्पाइसजेट ने पिछले 2.5 साल से अपने कर्मचारियों के प्रोविडेंट फंड में पैसा जमा नहीं किया है। एयरलाइन ने आखिरी बार जनवरी 2022 में 11,581 एम्प्लॉइज के PF अकाउंट में पैसे जमा किए थे। EPFO ने तब एयरलाइन को इसके लिए नोटिस और समन भेजा था। कंपनी कर्मचारी के PF अकाउंट में 12% योगदान करती है EPFO एक्ट के मुताबिक, किसी भी कर्मचारी की बेसिक-पे और DA का 12% हिस्सा PF अकाउंट में जमा होता है। कंपनी की तरफ से भी कर्मचारी के PF अकाउंट में 12% योगदान जमा होता है। कंपनी वाले कॉन्ट्रीब्यूशन में से 3.67% EPF खाते में क्रेडिट होता है। वहीं, 8.33% अमाउंट पेंशन स्कीम में जमा होता है। इस साल स्पाइसजेट का शेयर 3.38% गिरा स्पाइसजेट का शेयर आज (13 दिसंबर) 1.38% चढ़कर 58.59 रुपए के स्तर पर बंद हुआ। कंपनी के शेयर ने एक महीने में 9.25%, 6 महीने में 6.03% और एक साल में 2.13% चढ़ा है। इस साल यानी 1 जनवरी से अब तक यह 3.38% गिरा है। कंपनी का मार्केट कैप 7,510 करोड़ रुपए है। कंपनी पर चल रहे कई कानूनी मामले लीज पर देने वाली कई कंपनियों ने इसके खिलाफ केस किए हुए हैं। इसमें से कुछ मामले विमानों का पट्टा बढ़ाने से जुड़े हुए हैं। इससे पहले अप्रैल में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने तीन विमान पट्टेदारों की तरफ से दायर दिवालिया याचिका में टोटल 77 करोड़ रुपए के डिफॉल्ट पर स्पाइसजेट को नोटिस जारी किया था। स्पाइसजेट के ऊपर 15 सितंबर तक बकाया 601.5 करोड़ रुपए था स्पाइसजेट के ऊपर 15 सितंबर तक बकाया 601.5 करोड़ रुपए था। कुल राशि में से 297.5 करोड़ रुपए TDS से संबंधित है, 156.4 करोड़ रुपए कर्मचारियों के प्रोविडेंट फंड और 145.1 करोड़ रुपए GST से जुड़े हैं।

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