गलत साइज का एयरकंडीशनर बढ़ाएगा बिजली बिल:कमरे के साइज के हिसाब से खरीदें एसी; 6 सवाल जवाब में जानें परफेक्ट एसी चुनने का तरीका

गर्मी के मौसम में एयरकंडीशनर यानी एसी हर घर की बेसिक जरूरत बन गया है। लेकिन, कौन सा एसी खरीदें? कंज्यूमर के मन में ये सवाल अक्सर परेशान करता है। क्योंकि, गलत साइज का एसी या तो बिजली का बिल बढ़ाएगा या कमरे को ठीक से ठंडा नहीं कर पाएगा। ऐसे में 6 सवाल जवाब में समझें घर के लिए परफेक्ट एसी चुनने का गणित 1. एसी का सही साइज (टन/बीटीयू) कैसे पता करें? जवाब: एसी का सही साइज जानने के लिए पहले कमरे का साइज नापें। कमरे की साइज लंबाई x चौड़ाई से वर्ग फुट निकालें। इसके बाद हर वर्ग फुट पर 20 बीटीयू( ब्रिटिश टर्मिनल यूनिट) गिनें। टन में साइज निकालने के लिए 1 टन = 12,000 बीटीयू गिनें। यानी 1.5 टन का एसी मतलब 18,000 बीटीयू का एसी खरीदना। उदाहरण के लिए आपका कमरा 10x12 यानी 120 वर्ग फुट का है। तो हर वर्ग फुट पर 20 बीटीयू यानी 120 वर्ग फुट पर 120 x 20 = 2400 बीटीयू । इस फार्मूले के हिसाब से आपको 120 वर्ग फुट के कमरे के लिए 2400 बीटीयू या 0.75 टन का ऐसी खरीदना चाहिए। 2. ज्यादा गर्म रहने वाले कमरों के लिए कौनसा ऐसी खरीदें? कमरे में धूप और खिड़कियों का क्या रोल है? जवाब: कमरे में ज्यादा गर्मी का कारण खिड़कियों की दिशा हो सकती है। अक्सर पश्चिम या दक्षिण की खिड़कियों वाले कमरों में गर्मी ज्यादा आती है। ऐसे में 10-15% ज्यादा बीटीयू वाला एसी लें। ग्लास वाली खिड़कियों से गर्मी जल्दी अंदर आती है। अगर कमरे में 2-3 बड़ी खिड़कियां हैं, तो एसी का साइज बढ़ाएं। 3. इन्वर्टर और नॉर्मल एसी में क्या अंतर है? कौन सा बेहतर? जवाब: इन्वर्टर एसी टेम्परेचर पहुंचने पर स्पीड कम कर देता है। बिजली बचाता है, शोर कम करता है। जबकि नॉर्मल एसी बार-बार ऑन-ऑफ होता है, जिससे बिजली खर्च बढ़ता है। लंबे समय के लिए एसी खरीदना है तो इन्वर्टर एसी ले सकते हैं, क्योंकि यह 30-40% तक बिजली बचाता है। 4. 5-स्टार एसी लेना जरूरी है? कितना फर्क पड़ता है? जवाब: एसी में जितने ज्यादा स्टार (1 से 5) होंगे, उतनी कम बिजली खर्च होगी। 5-स्टार एसी, 3-स्टार की तुलना में 20-25% बिजली बचाता है। ऐसे में अगर आप रोज 8-10 घंटे एसी चलती हैं, तो 5-स्टार जरूर लें। 5. मल्टी-स्प्लिट या सिंगल एसी? क्या चुनें? जवाब: 6. कमरा ठंडा नहीं हो रहा? क्या गलती हो सकती है? जवाब: इसके लिए तीन फैक्टर जिम्मेदार हो सकते हैं। ओवरसाइज्ड एसी: जरूरत से बड़ा एसी लेने से वह बार-बार बंद होगा, कमरा ठीक से ठंडा नहीं करेगा। इन्सुलेशन: खिड़की-दरवाजों से ठंडी हवा लीक तो नहीं हो रही? अगर हो रही है, तो सील लगवाएं। ऐसी का फिल्टर: गंदे फिल्टर से हवा का फ्लो कम हो जाता है। ऐसे में ऐसी का फिल्टर चेक कर उसे साफ करें।

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