एक बार की बात है, एक घने जंगल में विशाल बरगद का पेड़ था। उस पेड़ पर बहुत सारे तोते रहा करते थे। वे सभी हमेशा इधर-उधर की बात करते रहते थे। उन्हीं में एक मिट्ठू नाम का तोता भी था। वह बहुत कम बोलता था और शांत रहना पसंद करता था। सब उसकी इस आदत का मजाक उड़ाया करते थे, लेकिन वह कभी भी किसी की बात का बुरा नहीं मानता था।
तब तोतों के मुखिया ने उसे देखते हुए कहा – “अरे हम तोतों का तो काम ही होता है बात करना, तुम क्यों चुप रहते हो?” मुखिया ने आगे कहा – “तुम तो मुझे असली तोते लगते ही नहीं। तुम नकली तोते हो।” इस पर सभी तोते उसे नकली तोता-नकली तोता कहकर बुलाने लगे, लेकिन मिट्ठू तोता फिर भी चुप था।
यह सब चलता रहा। फिर एक दिन रात में मुखिया की बीवी का हार चोरी हो गया। मुखिया की बीवी रोती हुई आई और उसने पूरी बात बताई। मुखिया की बीवी ने कहा – “किसी ने मेरा हार चोरी कर लिया है और वो हमारी ही झुंड में से एक है।” यह सुनकर मुखिया ने तुरंत सभा बुलाई। सभी तोते तुरंत सभा के लिए इकट्ठा हो गए।
मुखिया ने कहा – “मेरी बीवी का हार चोरी हो गया है
और मेरी बीवी ने उस चोर को भागते हुए भी देखा है।”
वह चोर आप लोगों में से ही कोई एक है। यह सुनकर सभी हैरान हो गए। मुखिया ने फिर आगे कहा कि उसने अपने मुंह को कपड़े से ढककर रखा हुआ था, लेकिन उसकी चोंच बाहर दिख रही थी।
उसकी चोंच लाल रंग की थी। अब पूरे झुंड की निगाह मिट्ठू तोते और हीरू नाम के एक दूसरे तोते पर थी, क्योंकि झुंड में केवल इन्हीं दोनों की चोंच लाल रंग की थी। यह सुनकर सभी मुखिया से चोर का पता लगाने के लिए बोलने लगे, लेकिन मुखिया ने सोचा कि ये दोनों मेरे अपने हैं।
मैं कैसे इनसे पूछ सकता हूं कि तुम चोर हो क्या?
इसलिए, मुखिया ने एक कौवे से इसका पता लगाने के लिए मदद ली।
असली चोर का पता लगाने के लिए कौवे को बुलाया गया। कौवे ने लाल चोंच वाले हीरू और मिट्ठू तोते को सामने बुलाया। कौवे ने दोनों तोतों से पूछा कि तुम दोनों चोरी के समय कहां थे?
इस पर हीरू तोता जोर-जोर से बोलने लगा – “मैं
उस दिन बहुत थक गया था। इसलिए, खाना खाकर मैं उस
रात जल्दी सोने के लिए चला गया था।” वहीं मिट्ठू तोते ने बहुत धीमी आवाज में जवाब
दिया। उसने कहा – “मैं उस रात सो रहा था।”
मेरे बारे में सब जानते हैं। ये चोरी मिट्ठू ने ही की होगी। इसलिए, वह इतना शांत होकर खड़ा है?” मिट्ठू तोता चुपचाप खड़ा हुआ था। सभा में मौजूद सभी तोते चुपचाप यह सब देख रहे थे। मिट्ठू तोता फिर धीमी आवाज में बोला – “मैंने यह चोरी नहीं की है।”
इस बात को सुनकर कौवा मुस्कुराकर बोला कि चोर का पता लग गया है। मुखिया के साथ-साथ सब लोग हैरानी से कौवे की ओर देखने लगे। कौवे ने बताया कि चोरी हीरू तोते ने की है। इस पर मुखिया ने पूछा –
“आप यह कैसे कह सकते हैं?” कौवे ने मुस्कुराकर कहा – “हीरू तोता जोर-जोर से बोलकर अपने झूठ को सच साबित करने में लगा था, जबकि मिट्ठू तोता जानता है कि वह सच बोल रहा है।
इसलिए, वो अपनी बात आराम से कह रहा था।” कौवे ने आगे कहा – “वैसे भी हीरू तोता बहुत बोलता है, उसकी बात पर भरोसा नहीं किया जा सकता है।” इसके बाद हीरू ने अपना जुर्म कबूल कर लिया और सभी से माफी मांगी।
यह सुनकर सभी तोते हीरू तोते को कड़ी सजा देने की बात कहने लगे, लेकिन मिट्ठू तोते ने कहा – “मुखिया जी, हीरू तोते ने अपनी गलती मान ली है। उसने सबके सामने माफी भी मांग ली है।
उससे पहली बार यह गलती हुई है, इसलिए उसे माफ किया जा सकता है।” यह बात सुनने के बाद मुखिया ने हीरू तोते को माफ कर दिया।
कहानी से सीख
कभी-कभी ज्यादा बोलकर हम
अपनी अहमियत खो देते हैं। इसलिए, जरूरत के समय ही
बोलना
___________________________________________________________________________________
Bed time stories for kids in hindi
बच्चों
के लिए रोचक बेडटाइम कहानियाँ (story ) उनकी नींद को मिठास और
सुखद बना देती हैं। यह कहानियाँ (stories ) उन्हें
नये सपनों की उड़ान भरने का साहस और उत्साह प्रदान करती हैं। bed time stories न केवल कहानियों हैं, बल्कि
एक जादुई परंपरा हैं जो बच्चों के विकास में अत्यधिक महत्व रखती है। ये कहानियाँ
एक शांत वातावरण बनाती हैं, दिन को एक शांत स्वर में समाप्त करती हैं, और मिठे सपनों के रास्ते को साफ करती हैं।
माता-पिता
या अभिभावक के रूप में, bed time
stories कहना बच्चों के साथ संबंध
बनाने का एक अनमोल अवसर प्रदान करता है। यह एक समय है जब कल्पनाएँ विकसित होती हैं
आज की
तेजी से बदलती दुनिया में, जहाँ स्क्रीन्स अक्सर अवकाश का समय नियंत्रित करती
हैं, bed time
stories परंपरा एक सदाबहार गर्माहट
और एकता का प्रतीक है। यह एक डिजिटल शोर के बीच से एक विश्वासनीय और एकसाथ वाले
समय का एक विशेष पल है, जहाँ केवल कल्पना की हलकी चमक है।
Hindi
Stories, Stories In Hindi, Hindi mortal Story, Stories for Kids, Kids
Story
और भी bed time stories in hindi में पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट https://globaldeskblog.blogspot.com/ पर जाएं।